कर्ज वापस पाने को शख्स ने खुद को किया घायल, पैर में ठोंक ली कील

ग्रेटर नोएडा
नोएडा में अपने कर्ज को वापस लेने के लिए एक शख्स ने खुद को ही संकट में डाल लिया। 35 साल के शख्स ने खुद को जंजीर में बांधा और पैरों में कील ठोंक ली। दरअसल वह एक शख्स को अपहरण के आरोप में फंसाना चाहता था। सोमवार शाम 6 बजे के आसपास राहगीरों ने दादरी बाइपास के पास झाड़ियों के पीछे से कराहने की आवाज सुनी। लोगों ने जाकर देखा तो वहां अमीरुद्दीन चिल्ला रहे थे और उनके पैरों से खून बह रहा था। बाद में उन्हें बादलपुर में मोहन स्वरूप अस्पताल में भर्ती कराया गया


शुरू में पुलिस को लगा कि किसी ने अमीरुद्दीन को बुरी तरह घायल किया है। लेकिन बाद में पीड़ित ही आरोपी भी बन गया। उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और मंगलवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

नोएडा पुलिस चीफ वैभव कृष्ण ने कहा, 'उनके बयान में कई गड़बड़ियां पाई गईं। बाद में अमीरुद्दीन ने स्वीकार किया कि उन्होंने खुद के अपहरण की साजिश रची थी। उसने खुद अपने लोगों से पैर में कील ठोंकने को कहा था। आरोपी ने जिससे अपहरण करने को कहा था वह उसी का कर्मचारी है। उस पर अलग से केस दर्ज किया गया है।'

अमीरुद्दीन ने पुलिस को बताया कि वह कन्नौज का सिविल कॉन्ट्रैक्टर है। उसने मुश्ताक अहमद नाम के शख्स पर दो लाख रुपये कर्ज लेने का आरोप लगाया। उसने कहा कि मुश्ताक उसका पैसा नहीं वापस कर रहा था। अमीरुद्दीन ने कहा कि मुश्ताक और उसके आदमियों ने कुछ दिन पहले लखनऊ से उनका अपहरण कर लिया था।

अमीरुद्दीन ने कहा कि वह डीजीपी ऑफिस से बाहर आया था कि कुछ लोगों ने उसके चेहरे पर रुमाल रखी और ऑटो में बिठा लिया। फिर वह दूसरे दिन होश में आया। उसने आरोप लगाया कि मुश्ताक के लोगों ने ही कीलें ठोंकीं और उसे सड़क के किनारे फेंक दिया।